होशियारपुर, 18 सितम्बर () खेती आडीर्नैंस बिल संसद में पास किये जरूरी वस्तुएँ संशोधन बिल 2020 के मसले पर किसानों के लिए और पंजाब की आर्थिकता के लिए चिंता का प्रकटावा करते इंडियन ओवरसीज कांग्रेस यूरोप की कन्वीनर डा सोनिया ने कहा कि शिरोमणी अकाली दल के प्रधान इस मामले पर संसद में सिर्फ और सिर्फ बातें कर रहे है। उन्हों ने प्रधान अकाली दल बादल और उन की धर्म प}ी हरसिमरत कौर बादल से सवाल किया कि सुखबीर बादल और हरसिमरत कौर बादल उन को पंजाबियों ने अपने हकों की रक्षा के लिए संसद भेजा था परन्तु क्या कारण था कि पहले ही कई महीने किसान मारू खेती आरडीनैसों के हक में दलीलें देकर उस की वकालत करते रहे हैं क्यों बीबी बादल केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद केंद्रीय कैबिनेट में लाए इस बिल का तब विरोध नहीं कर सकी । उन्होंने ने कहा कि पहले सुखबीर बादल और उन की समूह लीडरशिप इन खेती आरडीनैंसें के लिए बाकायदा पत्रकार सम्मेलन करके इस को किसान समर्थकी होने की दलीलों देते रहे हैं और आज उन को अचानक यह बिल गलत कैसे लगने लगा है। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल भूल गए हैं पंजाब में से सिर्फ दो ही मैंबर अकाली दल के चुने गए हैं, जोकि सुखबीर बादल आप और बीबी हरसिमरत कौर बादल हैं परन्तु सुखबीर बादल अपनी आप पार्टी के प्रधान होते भी अपनी धर्म प}ी बीबी बादल से संसद में इन घातक बिलों का विरोध करवाने में क्यों असफल हुए हैं । उन्होंने कहा कि शिरोमणी अकाली दल का भांडा तो उसी दिन फूट गया था, जिस दिन केंद्रीय खेतबाड़ी मंत्री तोमर ने चण्डीगढ़ पत्रकार सम्मेलन में इस बात से साफ इन्कार कर दिया था कि हरसिमरत कौर बादल की तरफ केंद्रीय कैबिनेट में खेती आरडीनैंसों का विरोध या उस पर कोई टिप्पणी मात्र भी की गई । उन्होंने कहा कि शिरोमणी अकाली दल किसानों के गुस्से को देख अपनी खुस्सदी राजनैतिक जमीन को ले कर इस बिल पर सिर्फ बातों से ही काम चला रहे है।